little krishna stories-कृष्ण की बाल लीला-पूतना का वध |
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कृष्ण की बाल लीला-पूतना का वध
कृष्ण के गोकुल में जन्म लेने के बारे में जब कंस को पता चला तो वह व्याकुल हो उठा. वह दिन रात यह सोचने लगा कि कैसे वह बालक कृष्ण को खोज कर उसकी हत्या कर सके. इसके लिए उसे मंत्री तरह-तरह के विचार देने लगे.
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एक दिन उसके मन में एक विचार ने जन्म लिया. पूतना नाम की राक्षसी को वह जानता था और उसको भोजन के रूप में वह अक्सर आदमी भेजा करता था. उसने बालक कृष्ण की हत्या करने के लिए पूतना को तैयार किया.
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पूतना अगर राक्षसी के रूप में कृष्ण के पास जाती तो गोकुल के ग्वाले उसकी हत्या कर देते इसलिए उसने एक योजना बनाई. पूतना ने अपने आप को मायावी शक्ति से एक सुंदर स्त्री के रूप में परिवर्तित कर लिया जो बच्चों की धाय का काम करती है.
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इसके बाद पूतना ने अपने स्तनों पर एक विषैला पदार्थ लगा लिया. पूतना यह नहीं जानती थी कि कृष्ण ने किस घर में जन्म लिया है इसलिए वह गोकुल और वृंदावन के सभी नवजात बच्चों की जान लेने लगी. वह हर नवजात के घर जाती और उसे अपनी जहरीला दूध पिला कर उसकी हत्या कर देती.
गोकुल में हाहाकार मच गया. सब लोग अपने बच्चों को बहुत ही सुरक्षा में रखने लगे. पूतना को जब यह पता लगा कि नंद गांव के प्रधान नंद जी के घर भी एक पुत्र ने जन्म लिया है तो वह कृष्ण के पास पहुंच गई. यशोदा माता किसी काम में व्यस्त थी.
पूतना ने मौका पाकर कृष्ण को उठा लिया और उन्हें दुग्धपान कराने लगी. बाल कृष्ण ने अपनी लीला दिखाई कि पूतना को तीव्र दर्द होने लगा. वह कृष्ण को लेकर आकाश में उड़ने लगी. लोगों ने कौतूहल से उसको देखना शुरू कर दिया क्योंकि भगवान कृष्ण के चमत्कार से उसकी माया खत्म हो गई थी और पूतना अपने वास्तविक स्वरूप में आ गई थी.
माता यशोदा ने जब देखा की कन्हैया उस राक्षसी की गोद में है तो वह मुर्छित हो गई. ग्वाले अपने प्रधान के पुत्र की रक्षा के लिए लाठियां लेकर दौड़े लेकिन आकाश में उड़ती पूतना के पास नहीं पहुंच सके.
कृष्ण ने अपनी लीला दिखाई और पूतना की छाती पर इतनी जोर से अपने पैर से प्रहार किया कि उसके प्राण पखेरू उड़ गए और वह धरती पर आ गिरी. पूतना के वध से गोकुल में हर्ष का माहौल छा गया. पूरे गोकुल में यह खबर फैल गई कि नंद जी के यहां एक चमात्करिक बालक ने जन्म लिया है.
कंस को जब पूतना के वध की जानकारी मिली तो वह बौखला गया और समझ गया कि इस चमत्कारी बालक को साधारण तरीके से नहीं मारा जा सकता है और वह कृष्ण को मारने के नये उपाय खोजने लगा.
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