hindi story for kids- aladdin aur jadui chirag ki kahani-अलादीन और जादूई चिराग की कहानी |
Short Stories for Kids in Hindi
अलादीन और जादूई चिराग की कहानी
Aladdin-अलादीन नाम का एक गरीब लड़का अफगानिस्तान के एक शहर में रहा करता था. पिता की मृत्यु हो चुकी थी और मां दूसरों के घरों में काम करके अपनी रोजी—रोटी चलाती थी. अलादीन छोटा बच्चा था इसलिए दिन भर अफगानिस्तान की गलियों में आवारागर्दी करता और बच्चों के साथ खेला करता था.
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इसी बीच अलादिन के शहर में एक जादूगर आया जो उसके शहर के पास वाले जंगल में एक तिलिस्मी गुफा से कुछ जादुई चीजे हासिल करना चाहता था. उस गुफा के अंदर जाने की एक शर्त थी कि उसमें सिर्फ कोई बच्चा ही अंदर जा सकता था. ऐसे में जादूगर एक ऐसे बच्चे को खोजने लगा, जिसके पीछे कोई न हो ताकि बच्चा चुराने पर कोई आफत न आए.
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अलादिन को उसने एक दिन एक गली में खेलते हुए देखा और उसके बारे में पता किया कि उसका बाप नहीं है और मां बहुत गरीब है. जादूगर को अलादिन जंच गया क्योंकि बच्चा चोरी हो जाने के हालत में अलादीन की मां कुछ नहीं कर सकती थी. ऐसे में जादूगर ने अलादिन को अपने जाल में फंसाने के लिए एक योजना बनाई.
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एक दिन जब अलादिन बाजार से गुजर रहा था तो जादूगर ने उसे रोक लिया और गले लगाते हुए कहा कि मेरे भतीजे तुम कहां थे? अपने भाई की मौत की खबर सुनकर मैं दूसरे शहर से आ रहा हूं. मेरी भाभी कैसी है? अलादीन हक्का—बक्का रह गया. चाचा ने उसे दो सोने की अशर्फिया दी और कहा कि घर के लिए जरूरी सामान और अपने लिए कुछ अच्छे कपड़े खरीद ले, वह कुछ समय बाद घर आकर अलादीन की मां और अपनी भाभी से मुलाकात करेगा.
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अलादीन ने घर पहुंचकर सारी बात अपनी मां को बताई, मां ने कहा कि उसकी जानकारी में उसके अब्बू का कोई भाई नहीं है लेकिन यूं ही कोई किसी को सोने की दो अशर्फिया थोड़े ही देता है. कुछ समय बाद जादूगर अलादीन के घर आया और अपनी भाभी को देखते ही दहाड़ मारकर रोने लगा और कहने लगा कि मेरा भाई बहुत ही नेक इंसान था. बचपन में ही वह व्यापार के सिलसिले में दूसरे शहर चला गया था. उसे जब अपने भाई के मौत का पता लगा तो वह उसके परिवार से मिलने के लिए आया है.
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अलादिन की मां को उसकी बातों पर भरोसा हो गया. जादूगर अब अलादीन के घर पर रहने लगा और उनका भरोसा जीतने में कामयाब रहा. एक दिन वह अलादिन को लेकर जंगल में गया और एक जगह रूककर उसने मंत्र पढ़ना शुरू किया. थोड़ी ही देर में वहां धमाका हुआ और एक गुफा का दरवाजा दिखने लगा. दरवाजा इतना छोटा था कि उसमें कोई बच्चा ही अंदर जा सकता था.
उसने अलादिन को अंदर जाने को बोला और कहा कि वह अंदर जाए और तख्ते पर रखे एक चिराग को उठाकर बाहर आए. अलादिन ने उसकी बात मानी और अंदर गया. अंदर उसने देखा कि दूध की नदियां बह रही है. स्वादिष्ट फलों से लदे हुए पेड़ हैं और बहुत ही सुंदर दुनिया है. वह आगे बढ़ा तो उसे तख्त दिखाई दिया. उस पर एक चिराग रखा हुआ था.
अलादिन ने जैसे ही चिराग उठाया, सबकुछ हिलने लगा. वह भागते हुए दरवाजे की तरफ दौड़ा तो क्या देखता है कि दरवाजा तेजी से बंद हो रहा है. जादूगर उससे चिल्ला कर कह रहा है कि वह चिराग बाहर फेंके लेकिन अलादिन इस बात पर अड़ गया कि पहले उसे बाहर निकलना है. जादूगर जानता था कि बच्चे को बाहर निकालना मुमकिन नहीं है. वह अलादिन को वहीं छोड़कर भाग गया.
अलादिन उस गुफा में बंद हो गया. उसे पता चल गया था कि उसका चाचा बना जादूगर कोई दुष्ट आदमी था. वह गुफा के अंदर पेड़ो से फल खा लेता और नदियों से दूध पी लेता. कुछ दिन बीते तो उसने रास्ता तलाशने की सोची. एक अंधेरे रास्ते पर आगे बढ़ा तो किसी पत्थर से टकरा कर गिर गया.
जैसे ही गिरा उसके हाथ से चिराग छिटक कर दूर जा गिरा और उसमें से एक जिन्न बाहर आया और बोला क्या हुकुम है मेरे आका! अलादिन का डर के मारे बुरा हाल था. जिन्न ने अलादिन को समझाया कि वह एक जिन्न है जो इस चिराग का गुलाम है और यह चिराग जिसके पास रहता है, वह उसी की आज्ञा मानता है. वह उसकी हर मुराद पूरी कर सकता है.
अलादिन ने उसे घर जाने को कहा और अलादिन पल ही पल में अपने घर पहुंच गया. अब तो अलादिन के मजे हो गये. वह खूब अमीर हो गया. उसका जिन्न उसकी हर इच्छा पूरी करता था और उसकी मदद से उसने अफगानिस्तान की राजकुमारी से शादी कर ली और सुख से जीने लगा.
Vry nice
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